प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दस लाख सरकारी कर्मचारियों की भर्ती की घोषणा बड़ी खुशी की बात है : शिव गोपाल मिश्रा

आल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन के महामंत्री ने कहा कि आज की तारीख में करीब 36 लाख पद केंद्र सरकार के महकमों में खाली है

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 लाख सरकारी कर्मचारियों की भर्ती करने संबंधी आह्वान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन के महामंत्री ने कहा कि आज माननीय प्रधानमंत्री जी ने 10 लोगों को भर्ती करने का आह्वान किया है बड़ी खुशी की बात है की उन्होंने दस लाख सरकारी नौकरियां देने की बात कही।

शिव गोपाल मिश्रा

मैं बराबर इस बात को कहता रहा हूं कि रेलों की संरक्षा, सुरक्षा के लिए भर्तियां अनिवार्य है। रेलवे सबसे बड़ा विभाग भी है तथा रेलवे में तीन लाख से ज्यादा पद खाली भी है। जो की बहुत आवश्यक भी है संरक्षा श्रेणियों में है, अगर ये पद भरे नहीं जायेंगे तो इससे रेलवे की कार्य कुशलता पर फर्क पड़ेगा ही रेलों की संरक्षा भी खतरे में पड़ेगी। अभी इस साल जो है कि एक लाख ग्रेड पे 1800 में लेवल वन में भर्तियां हो रहीं हैं। करीब 48000 एनटीपीसी केटेगरी में भर्तियां हो रही हैं, लेकिन इतनी भर्तियां होने के बावजूद आने वाले समय में तीन लाख पद फिर खाली हो जायेंगे चूंकि पीछे 3- 4 वर्षों में भर्तियां नहीं हो पाई और रिटायरमेंट भी काफी हुए हैं।

श्री मिश्र नेशनल काउंसिल स्टाफ साइड के सेक्रेटरी भी हैं उन्होंने आगे कहा कि आज की तारीख में करीब 36 लाख पद जो है सारे केंद्र सरकार के महकमों में खाली है तो दस लाख पद पर भर्ती करने की बात की जा रही है तो निश्चित तौर पर यह सुखद है।

उन्होंने कहा कि मैं तो प्रधानमंत्री जी से प्रार्थना करूंगा की जितने भी पद खाली हैं आज की तारीख में एक योजना बनाकर के सबको जो है नौकरी देने का प्रयास किया जाय। इससे उत्पादकत्कता में वृद्धि होगी व देश का विकास भी होगा और जो बेरोजगार लोग हैं उन्हें नौकरी मिलने का काम भी होगा।

उन्होंने कहा कि एक सबसे बड़ी समस्या जो आ रही है ओ पदों का सरेंडर को लेकर, हर सरकारी विभाग में जो जरूरी पोस्ट हैं उनको भी सरेंडर करने का बार बार हुकुमनामा जारी हो रहा है। रेलवे जैसे विभाग में अभी कहा गया कि 50 परसेंट नॉन सेफ्टी कटेगरी के पोस्टों को सरेंडर कर दिया जाय। जब हम लोगों ने इस सवाल को उठाया तो इसको रोकने का काम किया गया। जहां आवश्यक है वहां कर्मचारियों को लगाना ही होगा और जो अनुपयोगी लोग हैं उस पर हम लोग बराबर बैठकर चर्चा भी करते हैं उनको रि डिप्लॉयमेंट पर भी बात करते रहते हैं। अंत में उन्होंने कहा कि आज के दिन यही कहना है कि ये जो दस लाख की घोषणा हुई है वो हकीकत में बदले और लोगों को रोजगार मिले यही आशा है।

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