सिडबी ने आकांक्षाओं को वास्तविकता में परिवर्तित करते हुए महिला दिवस मनाया

सिडबी एक एनजीओ बीटीएस के माध्यम से अम्फान चक्रवात प्रभावित गांवों का समर्थन कर रहा है

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सिडबी नैगम दायित्व द्वारा गृह उद्यमियों के उत्साह और धैर्य को सम्मानित करते हुए एक स्वचालित सैनिटरी पैड इकाई दी गई। श्री वीएसवी राव, उप प्रबंध निदेशक, सिडबी ने आभाषी तौर पर बैकुंठपुर, सुंदरबन, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल में “सेनेटरी पैड मेकिंग यूनिट” का उद्घाटन किया –जो कि ‘सुंदरी स्वावलंबन सारथी’ के पहल में से एक है। सुंदरी उत्पादों के लिए प्रचारित ब्रांड है, स्वावलंबन सिडबी का आत्मनिर्भरता मिशन है और सारथी उस विश्वास अग्रदूत या उनके सपनों को साकार करने को दर्शाता है। उल्लेखनीय है कि S3 एक पहल है जिसके तहत आत्मनिर्भरता के लिए विभिन्न सशक्तिकरण विषयों का समर्थन किया जा रहा है। फरवरी में सिडबी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने मछली के स्केल्स से गहने बनाने के लिए एस 3 के तहत 1 इकाई का उद्घाटन किया था।

सिडबी एक एनजीओ बीटीएस के माध्यम से अम्फान चक्रवात प्रभावित गांवों का समर्थन कर रहा है, जिसका वहाँ अच्छा प्रभाव है। आरंभिक जुड़ाव निर्वाह सुनिश्चित करने के लिए था और अब निर्वाह के लिए समर्थन जारी रखा जा रहा है। हम इसे मिशन “भरण पोषण लिए निर्वाह” कहते हैं।

सेनेटरी पैड पहल में आज उद्घाटन के तहत 50 परिवारों की महिलाओं को एक स्व-स्थायी सूक्ष्म उद्यम स्थापित करने के लिए सहयोगी एनजीओ द्वारा सहायता दी जा रही है, जहां महिला उद्यमी सैनिटरी पैड के विनिर्माण में संलग्न होंगी। इससे पहले प्राच्य स्वच्छता अभ्यास को बदलने के लिए उन्होंने एक मैनुअल सैनिटरी पैड पहल शुरू की थी, लेकिन गुणवत्तापूर्ण उत्पादन एक चुनौती थी और इस प्रकार उपयोगकर्ताओं द्वारा स्वीकार्यता भी एक मुद्दा था। यह नया स्वचालित समर्थन “भारतीय महिलाओं द्वारा भारतीय महिलाओं के लिए” (हम से, हमी के लिए, ये सुंदर बन जमीं के दीये) के साथ-साथ शुरुआती 3-4 महीने की कार्यशील पूंजी सहायता कुछ महीनों में स्वयं टिकाऊ हो जाएगी और इन महिलाओं द्वारा स्वयं की पूंजी से चलाई जाएगी।

(हम से , हमारे लिए, ये हैं सुन्दरबन जमीं के दीये)

S3 मॉडल के तहत, सिडबी के समर्थन से 100 परिवार स्वस्थ होने के साथ-साथ उद्यमी के रूप में भी उभरे हैं । बैठक के दौरान महिलाओं ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह पहल न केवल समाज में स्वच्छता सुनिश्चित करेगी बल्कि उनके परिवार की आय / शिक्षा स्तर और समग्र समृद्धि में भी सुधार करेगी। इस अवसर पर सिडबी के उप प्रबंध निदेशक ने महिला उद्यमियों को बधाई दी और आश्वस्त किया कि सिडबी भविष्य में भी उनकी उद्यमशीलता यात्रा में अपना साथ जारी रखेगा। उन्होंने बैखंटापुर तरुण संघ (बीटीएस) को इसकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद दिया और आपदा में प्रभावित लोगों के बीच पुनरुद्धार और समृद्धि के अच्छे काम को जारी रखने का आह्वान किया। उन्होंने बीटीएस को परामर्श किया कि पर्याप्त मार्केटिंग लिंकेज के साथ स्थानीय रूप से स्थायी उद्यम के कार्य में संलग्नता की कार्यनीति को मूल रूप से बनाए रखना चाहिए।

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