IMPAR की शांति बनाए रखने की अपील

IMPAR स्पष्ट रूप से विभिन्न शहरों में हिंसा की निंदा करता है और सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता है। IMPAR विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय से धैर्य रखने और शांति और सामान्य स्थिति बहाली के लिए पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील करता है। हिंसा की घटनाएं न तो समुदाय के लिए और न ही देश के लिए शुभ संकेत है। टीवी डिबेट पर बीजेपी प्रवक्ता की बेतुकी टिप्पणी से जो शुरू हुआ वह व्यापक हिंसा में बदल गया, जो आगे नहीं फैलना चाहिए। हम धर्मगुरुओं और अन्य मुस्लिम समुदाय के नेताओं से पथभ्रष्ट लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए आगे आने का आह्वान करते हैं कि धर्म या ‘भावनाओं को आहत’ के नाम पर पत्थरबाज़ी करने को उचित नहीं ठहराया जा सकता है। हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण सड़कों पर आज आम आदमी और कल प्रदर्शनकारियों के परिवारों की पीड़ा इस्लाम की कोई सेवा नहीं है। इससे मुस्लिम समाज ही बदनाम होता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की छवि खराब होती है।

IMPAR पुलिस और प्रशासनिक अधिकारीयों से भी धैर्य और बेहतर समझ दिखाने का आह्वान करता है, और साधारण विरोध या पथराव के मामलों में अत्यधिक बल का प्रयोग नहीं करने की अपील करता है। आम मुसलमान आहत है और उसकी भावनाओं का धार्मिक कट्टरपंथियों या निहित स्वार्थों द्वारा शोषण किया जा रहा है। गुमराह करने वाले प्रदर्शनकारियों की तुलना में भड़काने वालों को दंडित करना बेहतर सन्देश देगाI IMPAR सामुदायिक संगठनों, धर्मगुरुओं और विद्वानों से इस्लाम का सच्चा संदेश फैलाने का भी आह्वान करता है। पैगंबर का जीवन ऐसे उदाहरणों से भरा है जहां उन्होंने शांति और सद्भावना द्वारा हिंसा का जवाब दिया। मामले को सड़क पर ले जाने वाले वास्तव में इस्लाम के नाम पर इस्लाम की भावना के खिलाफ काम कर रहे हैं। इस तरह के कृत्यों की निंदा की जानी चाहिए जैसे की हम सभी को नूपुर शर्मा जैसों की टिप्पणियों की निंदा करनी चाहिए।